एक नारी ही उपवन का सबसे सुगन्धित फूल है, पर खिलने को उसको भी, जरुरी बचपन की छाँव और धूप है | एक नारी ही उपवन का सबसे सुगन्धित फूल है, पर खिलने को उसको भी, जरुरी बचपन की छा...
क्यूँ ख़ाक किया क़ुर्बान, किया जीवन अपना दान। बचाया मिट्टी का अभिमान, जब ना होना थ क्यूँ ख़ाक किया क़ुर्बान, किया जीवन अपना दान। बचाया मिट्टी का अभिमान, ...
कोई पति बन शासन चलाता है, कोई भाई बन हुक्म चलाता है, कोई जन्म लेते से मृत्युलोक पहुँचाता है, ... कोई पति बन शासन चलाता है, कोई भाई बन हुक्म चलाता है, कोई जन्म लेते से मृत्...
औकात ही क्या थी तुम्हारी, जो राज कर सको भारत वर्ष पर, औकात ही क्या थी तुम्हारी, जो राज कर सको भारत वर्ष पर,
किंतु नहीं कसूर मेरा, भगवान भी कहां अभी तक सफल हो पाया। किंतु नहीं कसूर मेरा, भगवान भी कहां अभी तक सफल हो पाया।
कोई शब्द नहीं है माँ के लिए जो लिख सकूँ जिसने गलतियों को कर नज़रअंदाज़ मुझे अपनाया है कोई शब्द नहीं है माँ के लिए जो लिख सकूँ जिसने गलतियों को कर नज़रअंदाज़ मुझे अ...